कल फिर तेरी याद आई , बेचैन हो गया था मन मेरा ।
कल फिर तुझसे मिलने को , तड़फ उठा था दिल मेरा ।
कल फिर तेरे ख्यालों में, मै पहुँच गया था तेरे घर तक।
कल फिर तेरे दरवाजे पर , मै रहा खड़ा कुछ देर तक ।
कल फिर दस्तक देने को , ज्यों हाथ बढ़ाने वाला था ।
कुछ बात पुरानी याद आयी , मै बाहर से ही लौट आया ।।
© सर्वाधिकार प्रयोक्तागण 2010 विवेक मिश्र "अनंत" 3TW9SM3NGHMG
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