हे भगवान,

हे भगवान,
इस अनंत अपार असीम आकाश में......!
मुझे मार्गदर्शन दो...
यह जानने का कि, कब थामे रहूँ......?
और कब छोड़ दूँ...,?
और मुझे सही निर्णय लेने की बुद्धि दो,
गरिमा के साथ ।"

आपके पठन-पाठन,परिचर्चा एवं प्रतिक्रिया हेतु मेरी डायरी के कुछ पन्ने

ब्लाग का मोबाइल प्रारूप :-http://www.vmanant.com/?m=1

मंगलवार, 17 अगस्त 2010

रुपये का स्वरुप

मित्रों

लीजिये आपके अवलोकन हेतु प्रस्तुत है नए पहचान चिन्ह के साथ जारी होने वाले रुपये का स्वरुप :-

2 टिप्‍पणियां:

Patali-The-Village ने कहा…

मिश्र जी बहुत अच्छे|

honesty project democracy ने कहा…

जिस पहचान में ही घोटाले की भरमार हो उस देश के वित्तमंत्रालय के कार्यों में हो रहे अनियमितता का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है | इसे इस देश के घोटाले के चिन्ह के रूप में भी जाना जायेगा ...शर्मनाक है इस देश की सरकारी कार्यप्रणाली ...सबूतों और तथ्यों के साथ शिकायत करने के बाबजूद देश का राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री भी मौन रहता है ...

आपके पठन-पाठन,परिचर्चा,प्रतिक्रिया हेतु,मेरी डायरी के पन्नो से,प्रस्तुत है- मेरा अनन्त आकाश

मेरे ब्लाग का मोबाइल प्रारूप :-http://vivekmishra001.blogspot.com/?m=1

आभार..

मैंने अपनी सोच आपके सामने रख दी.... आपने पढ भी ली,
आभार.. कृपया अपनी प्रतिक्रिया दें,
आप जब तक बतायेंगे नहीं..
मैं कैसे जानूंगा कि... आप क्या सोचते हैं ?
हमें आपकी टिप्पणी से लिखने का हौसला मिलता है।
पर
"तारीफ करें ना केवल, मेरी कमियों पर भी ध्यान दें ।

अगर कहीं कोई भूल दिखे ,संज्ञान में मेरी डाल दें । "

© सर्वाधिकार प्रयोक्तागण


क्रिएटिव कामन लाइसेंस
अनंत अपार असीम आकाश by विवेक मिश्र 'अनंत' is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-ShareAlike 3.0 Unported License.
Based on a work at vivekmishra001.blogspot.com.
Permissions beyond the scope of this license may be available at http://vivekmishra001.blogspot.com.
Protected by Copyscape Duplicate Content Finder
Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...