हे भगवान,

हे भगवान,
इस अनंत अपार असीम आकाश में......!
मुझे मार्गदर्शन दो...
यह जानने का कि, कब थामे रहूँ......?
और कब छोड़ दूँ...,?
और मुझे सही निर्णय लेने की बुद्धि दो,
गरिमा के साथ ।"

आपके पठन-पाठन,परिचर्चा एवं प्रतिक्रिया हेतु मेरी डायरी के कुछ पन्ने

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शुक्रवार, 13 अगस्त 2010

हम भ्रष्टन के भ्रष्ट हमारे ।

१.
हम भ्रष्टन के भ्रष्ट हमारे ,  एक दूजे को दोनों प्यारे ।
हम भ्रष्टन के भ्रष्ट हमारे ,  अंधे  लूले   हैं   यहाँ  सारे  ।

हम भ्रष्टन के भ्रष्ट हमारे , राज पथों पर  हैं अंधियारे ।
हम भ्रष्टन के भ्रष्ट हमारे ,  होते  रोज हैं वारे - न्यारे ।
हम भ्रष्टन के भ्रष्ट हमारे , जिंदाबाद कहो मिल सारे ।
हम भ्रष्टन के भ्रष्ट हमारे , जब बँटे रेवड़ी खाए सारे ।
हम भ्रष्टन के भ्रष्ट हमारे , कलयुग के दोनों है मारे ।
हम भ्रष्टन के भ्रष्ट हमारे , जो अपने वो  हमें दुलारे ।
२.
कौन पूंछता सत्य है क्या , किसे पड़ी है न्याय की ?
बस देख तमाशा पैसे का , यहाँ पैसा दे इंसाफ भी ।
रोजी रोटी उसे मिलेगी , जो बाँटेगा अपना हिस्सा ।
किसकी बारी आने वाली , ये सब है केवल किस्सा ।
सब्र नहीं यहाँ किसी को , सबको जल्दी घर है जाना ।
चाह रहे है यहाँ सभी , एक छोटा रस्ता ही अजमाना । 

लेन देन से चलती दुनियां , जब मूलमंत्र है आज ये ।
खोजे कौन यहाँ भ्रष्टों को , हैं हर घर में वो आज रे ।  










© सर्वाधिकार प्रयोक्तागण 2010 विवेक मिश्र "अनंत" 3TW9SM3NGHMG

2 टिप्‍पणियां:

honesty project democracy ने कहा…

जीने की मजबूरी और भ्रष्टाचार के बिना नहीं जीने देने वाली सरकारी व्यवस्था के सभी मारे हैं ...निगरानी और कार्यवाही की व्यवस्था तो छोडिये मंत्रियों और अधिकारीयों को कोई रोकने-टोकने वाला भी नहीं है ऐसे में सुधार की आशा नहीं के बराबर है ...

Coral ने कहा…

सच लिखा है आपने आज भ्रष्टाचारने हमारे देश को खोखला कर दिया है !

आपके पठन-पाठन,परिचर्चा,प्रतिक्रिया हेतु,मेरी डायरी के पन्नो से,प्रस्तुत है- मेरा अनन्त आकाश

मेरे ब्लाग का मोबाइल प्रारूप :-http://vivekmishra001.blogspot.com/?m=1

आभार..

मैंने अपनी सोच आपके सामने रख दी.... आपने पढ भी ली,
आभार.. कृपया अपनी प्रतिक्रिया दें,
आप जब तक बतायेंगे नहीं..
मैं कैसे जानूंगा कि... आप क्या सोचते हैं ?
हमें आपकी टिप्पणी से लिखने का हौसला मिलता है।
पर
"तारीफ करें ना केवल, मेरी कमियों पर भी ध्यान दें ।

अगर कहीं कोई भूल दिखे ,संज्ञान में मेरी डाल दें । "

© सर्वाधिकार प्रयोक्तागण


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