तेरी यादो में ही कट गयी , देखो कल मेरी सारी रात ।
जब होने लगा सबेरा तब , फिर आयी मुझे तेरी याद ।
तुम ही थे मेरे स्वप्नों में , और हकीकत में भी पास ।
बीत रहे हर एक पल में , केवल तुम ही थे मेरे साथ ।
आँखों में बस तेरा चेहरा , मन में बस तेरी यादे है ।
नींद नहीं आती है मुझको , एक तेरी याद में जागे है ।
सोच रहा है मन मेरा , क्या तुमको भी मै आया याद ।
तुम साथ रहो मेरे हर पल , यही मन करता फरियाद ।
सर्वाधिकार प्रयोक्तागण 2011 © ミ★विवेक मिश्र "अनंत"★彡3TW9SM3NGHMG
3 टिप्पणियां:
बहुत सुन्दर रचना है।
Dhanyawad mitra...
Afasos jisake liye ise moolatah likha gaya tha usane ise nahi dekha... :-)
अति सुन्दर रचना
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