हे भगवान,

हे भगवान,
इस अनंत अपार असीम आकाश में......!
मुझे मार्गदर्शन दो...
यह जानने का कि, कब थामे रहूँ......?
और कब छोड़ दूँ...,?
और मुझे सही निर्णय लेने की बुद्धि दो,
गरिमा के साथ ।"

आपके पठन-पाठन,परिचर्चा एवं प्रतिक्रिया हेतु मेरी डायरी के कुछ पन्ने

ब्लाग का मोबाइल प्रारूप :-http://www.vmanant.com/?m=1

गुरुवार, 4 अप्रैल 2013

सन्नाटा...

रात  का सन्नाटा ख़ामोशी से , जब चारो तरफ पसरता है ।
बस्तियों को सुनसान कर , वो जंगलो को आबाद  है ।
भेड़ बकरियों की खोज में , भेड़ियों  का दिल मचलता है ।
उनके पीछे पीछे ही कहीं , गीधड़ो  का झुण्ड भी चलता है ।
पेट भले ही भर जाये , मन नहीं कभी भी भरता है ।
इन्सान के अन्दर छुपा , शैतान कभी नही मरता है । 
रात के सन्नाटे का , यह फायदा भी होता है ।
सफेद्पोसो के सब , करतूतों को छुपा लेता है ।
जुल्म और बेईमानी की , रंगत को बढ़ा देता है ।
कमजोर और कायरो को , बहादुर मर्द बना देता है ।
बेबस लाचार शिकारों को , दुल्हन सा सजा देता है ।
मन में छुपी कुंठाओ को , भरपूर ये मजा देता है । 
रात के सन्नाटे का , अपना ही नशा होता है ।
भीड़ के सूरमाओ की , रोंगटों को कंपा देता है ।
अपनी ही परछाहियों से , बहुतो को डरा देता है ।
भेड़ियों और गीधडों के , झुण्ड ये बना देता है ।
बदला  लेने वालो को , मौका ये दिला देता है ।
जुल्म करने वालों के , हस्तियों को मिटा  देता है ।

सर्वाधिकार प्रयोक्तागण 2011 © ミ★विवेक मिश्र "अनंत"★彡3TW9SM3NGHMG


1 टिप्पणी:

Unknown ने कहा…

Ramsarswat.blogspot.com
आप मेरे ईस ब्लोग को अपने ब्लोग का हिस्सा बनाये

आपके पठन-पाठन,परिचर्चा,प्रतिक्रिया हेतु,मेरी डायरी के पन्नो से,प्रस्तुत है- मेरा अनन्त आकाश

मेरे ब्लाग का मोबाइल प्रारूप :-http://vivekmishra001.blogspot.com/?m=1

आभार..

मैंने अपनी सोच आपके सामने रख दी.... आपने पढ भी ली,
आभार.. कृपया अपनी प्रतिक्रिया दें,
आप जब तक बतायेंगे नहीं..
मैं कैसे जानूंगा कि... आप क्या सोचते हैं ?
हमें आपकी टिप्पणी से लिखने का हौसला मिलता है।
पर
"तारीफ करें ना केवल, मेरी कमियों पर भी ध्यान दें ।

अगर कहीं कोई भूल दिखे ,संज्ञान में मेरी डाल दें । "

© सर्वाधिकार प्रयोक्तागण


क्रिएटिव कामन लाइसेंस
अनंत अपार असीम आकाश by विवेक मिश्र 'अनंत' is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-ShareAlike 3.0 Unported License.
Based on a work at vivekmishra001.blogspot.com.
Permissions beyond the scope of this license may be available at http://vivekmishra001.blogspot.com.
Protected by Copyscape Duplicate Content Finder
Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...