कुछ होना या ना होना उतना महत्वपूर्ण नहीं है , जितना यह महत्वपूर्ण है कि आप को उसका पता है या नहीं।
क्योंकि यदि आपको कुछ होने का वास्तविक ज्ञान नहीं है तो वह होना ही व्यर्थ है ,
और यदि कुछ ना होने का आपको पता है , ज्ञान है , आभास है , तो वह ना होना भी आपके लिए महत्वपूर्ण है।
सर्वाधिकार प्रयोक्तागण 2011 © ミ★विवेक मिश्र "अनंत"★彡3TW9SM3NGHMG
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