हे भगवान,

हे भगवान,
इस अनंत अपार असीम आकाश में......!
मुझे मार्गदर्शन दो...
यह जानने का कि, कब थामे रहूँ......?
और कब छोड़ दूँ...,?
और मुझे सही निर्णय लेने की बुद्धि दो,
गरिमा के साथ ।"

आपके पठन-पाठन,परिचर्चा एवं प्रतिक्रिया हेतु मेरी डायरी के कुछ पन्ने

ब्लाग का मोबाइल प्रारूप :-http://www.vmanant.com/?m=1

रविवार, 1 जनवरी 2012

स्वागत है नव वर्ष तुम्हारा स्वागत है...

स्वागत है प्रिय नव वर्ष तुम्हारा स्वागत है...
स्वागत है ये वर्ष २०१२ तुम्हारा स्वागत है ।
जाने कितनी भूली बिसरी यादे पीछे छोड़ चले ,
बीत गए उस वर्ष २०११ को जब विदा किये ।

यूँ तो जाने कितनी यादे , मन ने बीते वर्ष संजोई है ।
कुछ उनमे खट्ठी यादे है , कुछ रसगुल्ले सी मीठी हैं ।
याद करे क्या हम उन पल को , जो रंजो-गम में डूबे है ।
बेहतर है हम याद रखे जो , मन को पुलकित करती हैं ।

छूट गए कुछ लोग पुराने , कहीं चलते चलते राहों में ।
नहीं अकेले होने पाए , नए रिश्ते मिले उन्ही राहों में ।
यूँ मिश्रित भावो से हमने , एक और वर्ष बिता दिया ।
बीत रहे उस वर्ष को , आलिंगन कर के विदा किया ।

अभिनन्दन करते है तेरा , आलिंगन कर नव वर्ष तेरा ।
प्रियतम सा तुम प्रिये रहो , यही चाहत है तुमसे मेरा ।
जो मेरे अपने है अब तक , वो अपनो सा संग साथ रहे ।
मेरे शीश पर माता-पिता और मेरे ईश्वर का  हाथ रहे ।

जो लगे भटकने कदम मेरे , तुम बाँह पकड़ कर लेना थाम । 
मुझे भुला दे मेरे अपने , मत करने देना तुम ऐसा कोई काम ।
भाई बन्धु सब पास रहें , हममे पांडवों जैसा प्यार रहे ।
मित्र यार भी साथ रहे , सदा अपनो सा अधिकार रहे ।

चलते चलते थक मै जाऊँ , ना इतनी लम्बी राहें देना ।
दुःख से मै व्याकुल हो जाऊँ , ना तुम इतनी आहेँ देना ।
मेरे मन की व्याकुलता को , अब तुम देना पूर्ण विराम ।
पूरी कर मेरी अतृप्त इच्छाए , मुझको देना कुछ विश्राम ।

सर्वाधिकार प्रयोक्तागण 2011 © ミ★विवेक मिश्र "अनंत"★彡3TW9SM3NGHMG

1 टिप्पणी:

Deepak Saini ने कहा…

आपको और परिवारजनों को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ.

आपके पठन-पाठन,परिचर्चा,प्रतिक्रिया हेतु,मेरी डायरी के पन्नो से,प्रस्तुत है- मेरा अनन्त आकाश

मेरे ब्लाग का मोबाइल प्रारूप :-http://vivekmishra001.blogspot.com/?m=1

आभार..

मैंने अपनी सोच आपके सामने रख दी.... आपने पढ भी ली,
आभार.. कृपया अपनी प्रतिक्रिया दें,
आप जब तक बतायेंगे नहीं..
मैं कैसे जानूंगा कि... आप क्या सोचते हैं ?
हमें आपकी टिप्पणी से लिखने का हौसला मिलता है।
पर
"तारीफ करें ना केवल, मेरी कमियों पर भी ध्यान दें ।

अगर कहीं कोई भूल दिखे ,संज्ञान में मेरी डाल दें । "

© सर्वाधिकार प्रयोक्तागण


क्रिएटिव कामन लाइसेंस
अनंत अपार असीम आकाश by विवेक मिश्र 'अनंत' is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-ShareAlike 3.0 Unported License.
Based on a work at vivekmishra001.blogspot.com.
Permissions beyond the scope of this license may be available at http://vivekmishra001.blogspot.com.
Protected by Copyscape Duplicate Content Finder
Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...