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शनिवार, 19 फ़रवरी 2011

आज और अब तक का बासी, गिद्ध-वाणी-2

नमस्कार

अनंत अपार असीम आकाश की गिद्ध-वाणी में आप सभी विचरण कर रहे प्राणियों का स्वागत है....

आज की गिद्ध वाणी में अब आप के समक्ष समाचार जगत से आज और अब तक  का बासी पर गिद्ध दृष्टि से देख कर गिद्ध उवाच प्रस्तुत है....

बासी खबर : मुशर्रफ के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट।
गिद्ध उवाच : ये तो होना ही था , जैसी करनी वैसी भरनी।

बासी खबर : संबोधन में गड़बड़ी बड़ी बात नहीं-कृष्णा।
गिद्ध उवाच : निश्चित तौर पर , भले संबोधन गलत देश के नाम कर दिया मगर अपना परिचय तो सही देश के नाम से दिया ना।

बासी खबर :  पूर्वोत्तर की आवश्यकताओं के प्रति सरकार सचेत-प्रधानमंत्री
गिद्ध उवाच : हवा में सुनने-सुनाने में अच्छा और सच्चा लग रहा है , मगर हकीकत ?

बासी खबर : असली तथ्य छिपा रहे हैं राजा-सीबीआई।
गिद्ध उवाच : वाह जी बड़े नादान है आप , अगर सब उगल ही देना होता तो तमाम तरकीबें लगाकर निगलते क्यों ।

बासी खबर : इच्छा मृत्यु, सुनवाई में मौजूद रहें डॉक्टर-उच्चतम न्यायालय 
गिद्ध उवाच : हाँ होना ही चाहिए , कम से कम डाक्टर की शक्ल देख कर मरीज के अपने निर्णय से पलटने की संभावना समाप्त हो जाएगी।


बासी खबर : संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन करते हुए पाक ने फिर पार की हद
गिद्ध उवाच : अरे वो कब अपने हद में रहा है ? यही लोगों को कभी-कभी भ्रम हो जाता है।

खबर : राजा को तिहाड़ जेल भेजा गया ।
गिद्ध उवाच : पक्का कर लो , कहीं वहां भी तो दरबार लगाने की व्यवस्था सरकार  ने ना कर दी हो ।


बासी खबर : प्रधानमंत्री की टिप्पणी हास्यास्पद: मोदी।
गिद्ध उवाच : भाई एक उम्र होती है बहंकने  की , सरदार जी भी कुछ बहंकी बाते करने लगे हो तो बुरा नहीं मानना चाहिए।


बासी खबर : पाउच में नहीं बिकेंगे तंबाकू उत्पाद ।
गिद्ध उवाच : मगर बिकेगा जरुर , पहले धरती को बचा लें , फिर इंसानों की सोंची जाएगी ।


बासी खबर : सोनिया ने अर्जुन का हालचाल जाना ।
गिद्ध उवाच : लगता है उन्हें लगाना है किसी लक्ष्य  पर निशाना ।


तो इसी के साथ अगली गिद्ध वाणी के प्रकाशन तक गिद्ध हस्त प्रणाम..

1 टिप्पणी:

स्वागत है आपका
मैंने अपनी सोच तो आपके सामने रख दी,आपने पढ भी ली,कृपया अपनी प्रतिक्रिया,सुझावों दें ।
आप जब तक बतायेंगे नहीं.. मैं जानूंगा कैसे कि... आप क्या सोचते हैं ?
आपकी टिप्पणी से हमें लिखने का हौसला मिलता है।
पर
तारीफ करें ना केवल मेरी,कमियों पर भी ध्यान दें ।
अगर कहीं कोई भूल दिखे,संज्ञान में मेरी डाल दें ।
आभार..
ミ★विवेक मिश्र "अनंत"★彡
"अगर है हसरत मंजिल की, खोज है शौख तेरी तो, जिधर चाहो उधर जाओ, अंत में फिर मुझको पाओ। "

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