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शनिवार, 17 अगस्त 2013

आसान नहीं है चलते रहना..

आसान नहीं है चलते रहना , तपते हुए रेतीले पथ पर ।
धूल भरी आंधी में भी , डिगना नहीं अपने पथ पर ।
अवशेष बचाए रखना अपने , छोड़े हुए पदचिन्हों का ।
महत्त्व बनाये रखना अपने , इतिहासों के पन्नो का ।

वो शूरबीर होते है जो , हर पल को हँस कर जीते है ।
प्रतिकूल हो रही स्थिति का , सदा सामना करते है ।
अपने श्रम से मरू-भूमि को , हरा भरा कर देते है ।
अपने अरि के मन में भी , सम्मान भाव भर देते है ।

आसान नहीं है सदा तैरना , उलटी बहती धारा को ।
चीर कर सीना लहरों का , अपनी मंजिल पाने को ।
अस्तित्व बचाए रखना, जल में बने प्रतिबिम्बों का ।
महत्व बचाए रखना , संघर्षो के हर एक पल का ।

वो महामानव होते है जो , हर धारा में खुश रहते है  ।
प्रतिकूल हो गए हालातो का , निश्चल हो सामना करते है ।
अपने रंग में रंग कर सबको , अपने सा कर लेते है ।
प्रतिद्वंदी के मन में भी , सहज भ्रात भाव भर देते है ।

आसान नहीं है मानव का , शूरबीर बन हर पल रहना ।
आसान नहीं है मानव का , महामानव सा हर पल जीना ।

सर्वाधिकार प्रयोक्तागण 2011 © ミ★विवेक मिश्र "अनंत"★彡3TW9SM3NGHMG

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"अगर है हसरत मंजिल की, खोज है शौख तेरी तो, जिधर चाहो उधर जाओ, अंत में फिर मुझको पाओ। "

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