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बुधवार, 9 फ़रवरी 2011

आज और अब तक का बासी, गिद्ध-वाणी-1

नमस्कार

अनंत अपार असीम आकाश में आज से प्रारंभ हो रही गिद्ध-वाणी में आप सभी विचरण कर रहे प्राणियों का स्वागत है....

आज की गिद्ध वाणी में अब आप के समक्ष समाचार जगत से आज और अब तक  का बासी पर गिद्ध दृष्टि से देख कर गिद्ध उवाच प्रस्तुत है....

बासी खबर : वेश्यावृत्ति को मिले वैधानिक दर्जा - प्रिया दत्त ।
गिद्ध उवाच :  क्यों नही , यदि नेताओं को वैधानिक दर्जा दिया जा सकता है तो वेश्यायों के साथ बेद-भाव क्यों ?

बासी खबर : सीबीआई का शक तलवार दंपति पर ।
गिद्ध उवाच : नजूमियों जैसी हालत हो गयी है सी.बी.आई की , शुक्र है कसाब से पूँछताछ  का जिम्मा सी.बी.आई. को नही मिला था ।

बासी खबर :  ‘घोटाले’ में प्रधानमंत्री अपनी जिम्मेदारी और जवाबदेही से नहीं बच सकते - भाजपा ।
गिद्ध उवाच : अब तक कितने प्रधानमंत्री ठोस जिम्मेदारी और जवाबदेही के दायरे में आये है ? , जैसे पिलपिले सवाल वैसे पिलपिले जबाब ।

बासी खबर : राहुल गाँधी ने सौकड़ो मील की यात्रा कर तीन बलात्कार पीड़ितों से मुलाकात की ।
गिद्ध उवाच : तो क्या हुआ , प्रत्येक युवराज को हक है की राजा बनने से पहले सभी तरह के अनुभवों से रूबरू होने का , और वैसे भी वर्तमान में देश में अन्य कोई गंभीर जटिल समस्या तो है ही नही सिवाय इसके कि प्रत्येक दिन आम जन के साथ राजनयिक जन बलात्कार कर रहे हैं ।

बासी खबर : जेपीसी गठन के लिए सरकार तैयार ।
गिद्ध उवाच : जब जेपीसी कोई कानूनी कार्यवाही कर ही नही सकती तो इतने दिन व्यर्थ का नाटक क्यों ? , जो नुकसान हुवा उसकी भरपाई कौन करेगा ? सही कहा गया है "जैसे ललका चाउर तैसे द्तचिहार गहंकी" ।


बासी खबर : विपक्षी दलों ने मुख्यमंत्री मायावती के औरैया दौरे के वक्त प्रमुख सुरक्षा गार्ड द्वारा अपने रुमाल से उनके जूते साफ करने की घटना को शर्मनाक तथा सामंतवादी सोच की निशानी करार दिया है।
गिद्ध उवाच : कौन सी बड़ी बात है , क्या आज कल नेताओं और अधिकारी के मध्य आपसी सामंजस से थूका-चाटा वाला रिश्ता नहीं विकसित हो रहा है ? फिर तेल लगाने का सबको हक है , और सैंडिल पोंछना भी तो ड्‍यूटी का हिस्सा ही है।

बासी खबर : तिवारी को कराना होगा डीएनए टेस्ट ।
गिद्ध उवाच : बड़ी मुश्किल है , एक का दावा स्वीकार हो गया तो आगे ना जाने कितने और दावे खड़े हो जायेगे ?

बासी खबर : पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ पर रविवार को लंदन में एक बैठक के दौरान जूता फेंका गया, लेकिन मीडिया की खबरों के अनुसार जूता उनसे दूर गिरा।
गिद्ध उवाच : अफ़सोस नामुराद निशानेबाजों के कारण मुसर्रफ़ साहेब उन महान हस्तियों में शामिल होने से बाल बाल चूक गए जिन्हें इतिहास जूता खाने के लिए याद करेगा ।

तो इसी के साथ अगली गिद्ध वाणी के प्रकाशन तक गिद्ध हस्त प्रणाम..

1 टिप्पणी:

स्वागत है आपका
मैंने अपनी सोच तो आपके सामने रख दी,आपने पढ भी ली,कृपया अपनी प्रतिक्रिया,सुझावों दें ।
आप जब तक बतायेंगे नहीं.. मैं जानूंगा कैसे कि... आप क्या सोचते हैं ?
आपकी टिप्पणी से हमें लिखने का हौसला मिलता है।
पर
तारीफ करें ना केवल मेरी,कमियों पर भी ध्यान दें ।
अगर कहीं कोई भूल दिखे,संज्ञान में मेरी डाल दें ।
आभार..
ミ★विवेक मिश्र "अनंत"★彡
"अगर है हसरत मंजिल की, खोज है शौख तेरी तो, जिधर चाहो उधर जाओ, अंत में फिर मुझको पाओ। "

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