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रविवार, 15 जनवरी 2012

प्यारे भाई सिद्धार्थ..

प्यारे भाई सिद्धार्थ
जन्म दिन की तुम्हे ढेर सारी शुभकामनाये...

देखो प्रतिपल कितने ही , अवसर आगे बढ़ने के ।
उठो बढ़ाओ अपने कदम , द्वार खुले है मंजिल के ।
अवसर करता नहीं प्रतीक्षा , तुम्हे समय पर चलना होगा।
सही वक्त पर सही जगह , तुमको हर पल रहना होगा ।
विकसित होना होगा तुमको , पहचान सको हर अवसर को ।
कब कैसे क्या करना है , जान सको तुम अपने से ।

समय निरंतर गतिमय है , पल में वर्त्तमान हो जाता भूत ।
वर्त्तमान हो जाता वो , तुम जिसको कहते अभी भविष्य ।
पल छिन घडी पहर में ही , दिन मास वर्ष भी जाते बीत ।
बीत रहा हर पल देखो , वर्तमान संग बन जाता है अतीत ।
यह सत्य है मानव जीवन में , होती रहती है कुछ भूल ।
पर उन भूलो को दोहराने पर , बन जाती है वो शूल ।
सबक सीखना होगा तुमको , अपनी हर एक भूल से ।
तप कर स्वर्ण सा बनना होगा , उठ कर अपने मूल से ।


सर्वाधिकार प्रयोक्तागण 2011 © ミ★विवेक मिश्र "अनंत"★彡3TW9SM3NGHMG

1 टिप्पणी:

  1. देर से ही सही आपको जन्मदिन की ढेर सारी बधाई।
    आशा है आपका जन्मदिवस बहुत बढिया मना होगा ।

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स्वागत है आपका
मैंने अपनी सोच तो आपके सामने रख दी,आपने पढ भी ली,कृपया अपनी प्रतिक्रिया,सुझावों दें ।
आप जब तक बतायेंगे नहीं.. मैं जानूंगा कैसे कि... आप क्या सोचते हैं ?
आपकी टिप्पणी से हमें लिखने का हौसला मिलता है।
पर
तारीफ करें ना केवल मेरी,कमियों पर भी ध्यान दें ।
अगर कहीं कोई भूल दिखे,संज्ञान में मेरी डाल दें ।
आभार..
ミ★विवेक मिश्र "अनंत"★彡
"अगर है हसरत मंजिल की, खोज है शौख तेरी तो, जिधर चाहो उधर जाओ, अंत में फिर मुझको पाओ। "

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