कुत्ते, कुतों के वंशज है,
कमीने लावारिस अंशज हैं।
कुछ कुत्ते, कमीने होते है,
कुछ कमीने, कुत्ते भी होतें है।
लेकिन जब इंसानों को,
हम कुत्ता और कमीना कहते ।
कुत्तों का हम करते अपमान ,
कमीनों को सम्मानित करते है ।
तो सोंच समझ कर आगे से ,
कुत्ता और कमीना कहना ।
अपमान ना हो कहीं कुत्तों का ,
ना महिमा-मंडित कमीना हो ।
भूल गए ये नियम अगर ,
कोई कुत्ता लेगा तुमको काट ।
खुश होकर लावारिस कमीना ,
तुम्हे कहेगा अपना सरताज ।

© सर्वाधिकार प्रयोक्तागण 2010 विवेक मिश्र "अनंत" 3TW9SM3NGHMG
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ミ★विवेक मिश्र "अनंत"★彡
"अगर है हसरत मंजिल की, खोज है शौख तेरी तो, जिधर चाहो उधर जाओ, अंत में फिर मुझको पाओ। "
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